जिला संवाददाता अर्जुन यादव अश्वघोष @ संतकबीरनगर सरकारी कार्यों में बाधा जातिसूचक गालि एवं जान से मारने की धमकी। को लेकर संयुक्त जिला चिकित्सालय मे तैनात वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर रामानंद ने नेत्र परीक्षक एवं अनिल मिश्रा के खिलाफ आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार । 26 अप्रैल समय लगभग 4:00 बजे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक संयुक्त जिला चिकित्सालय के आदेशानुसार एमसीएच विंग में कोविड-19 के मरीजों को छोड़ने की कार्रवाई को लेकर के नेत्र परीक्षक डॉक्टर रामानंद के बीच इन्हीं बातों को लेकर के तू - तू ,मैं - मैं व गाली गुप्त पर उतर आए इस संबंध में डॉ रामानंद ने बताया अनिल मिश्रा इसी जनपद के मूल निवासी है व हमेशा शराब के नशे में 2/3 शराबियों के साथ घूमा करता है आए दिन अस्पताल परिसर में कुछ ना कुछ तांडव करते रहते है उसी समय आकर मुझे कुर्सी से धकेलते हुए मेरा गला दबा कर के जातिसूचक गाली देते हुए मेरी लाइसेंसी रिवाल्वर छीनने लगे किसी तरह वहां उपस्थित कर्मचारी राजबहादुर दयानंद द्वारा बीच-बचाव किया गया जिससे मेरी जान बची पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में डॉक्टर रामानंद लिखे है कि अनिल मिश्रा अनावश्यक बयानबाजी कर वह षडयंत्र रच कर दबाव बनाते है मै तुम्हारी पिस्टल आज ही जमा करा दूंगा व बीच चौराहे पर तुम्हें जान से मार दूंगा ऐसे हालात में अनिल मिश्रा के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए प्रार्थी की जान माल की रक्षा की जय। ऐसा एप्लीकेशन पुलिस अधीक्षक को दिया गया।
शर्मनाक हरकत # वैश्विक महामारी कोविड-19 की जंग के बीच जिला अस्पताल के दो डॉक्टरों ने किया आपस में मारपीट।#वर्चस्व की लड़ाई