जिलाधिकारी अमित किशोर ने लिया लाक डाउन का जायजा हालात पूर्णतया सामान्य


जिला संवाददाता पुष्कर मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट


देवरिया| जिलाधिकारी अमित किशोर ने कहा है कि जनपद में कोरोना वायरस के हालात पूर्णतया सामान्य है| जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है तथा बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है, उनकी मॉनिटरिंग भी कराई  जाती है| जनपद में कम्यूनिटी किचेन की व्यवस्था की गई है, जिसके माध्यम से ऐसे लोगों को  भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है| ऐसे लोगों के रुकने के लिए स्कूलों व मैरेजहालो को चिन्हित कर उसमें उनके रहने  की व्यवस्था बनाई गई है| कम्यूनिटी किचेन  के लिए प्रत्येक तहसील को 3-3 लाख रुपये इस निर्देश के साथ दिया गया है कि ऐसे लोगों को इसके माध्यम से भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे| 
        जिलाधिकारी श्री किशोर ने यह भी बताया है कि आवश्यक सामानों की जनपद में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी| आवश्यक सामानों के थोक दुकानों को खोलने के लिए प्रात: 3 बजे से सुबह 6 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है, ताकि जरूरत के सामान की आपूर्ति हो सके| उन्होंने यह भी कहा है कि मंडी समिति से फल, सब्जी आदि के लिए 150 गाड़ियां लगाई गई है, जो जनपद के सभी क्षेत्रों में फल, सब्जी आदि की आपूर्ति डोर-टू-डोर कर रहे हैं|  उन्होंने यह भी कहा है कि बाहर से आने वाले लोगों के स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सीएमओ द्वारा लगाई गई है| 
     जिलाधिकारी ने यह भी बताया है कि नगरपालिका में साफ-सफाई, सैनेटाइज्ड करने के लिए मुख्य राजस्व अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है| जनपद के सभी क्षेत्रों में साफ-सफाई व सैनिटाइजर का उपयोग करने आदि का निर्देश दिए गए हैं| जनपद में जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है तथा उन्हें यह निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहें| हर स्थिति पर पैनी नजर रखें| जरूरतमंदो तक आवश्यक सेवाएं भी उपलब्ध करायें|
        जिलाधिकारी श्री किशोर ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि वे लॉकडाउन का पूर्णत: पालन करें, अफवाहों से दूर रहें| यह लॉकडाउन सभी के स्वस्थ रखने के लिए लगाया गया है| यह हम सभी के जीवन को सुरक्षित रखने से जुड़ा हुआ है| इसका पालन अनिवार्य रूप से करते हुए व्यवस्थाओ  में अपनी भागीदारी निभाकर प्रशासन का सहयोग करें, ताकि यह जनपद स्वस्थऔर सुरक्षित रहे|


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जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने जनपद में ईंट भट्टों के संचालन पर विनिमय शुल्क वसूल कराए जाने के संबंध में निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, उत्तर प्रदेश के द्वारा जारी निर्देशों का हवाला देते हुए बताया है कि जनपद के अधिकांश ईट भट्ठा मालिकों द्वारा विनिमय शुल्क जमा नहीं किए जाने से शासन को प्राप्त होने वाली राजस्व प्रभावित हुई है। उल्लेखनीय है कि ईट भट्ठा सत्र 2020-21 माह अक्टूबर से प्रारंभ होगा जिसके अंतर्गत जनपद में विभिन्न श्रेणी के साधारण भट्ठे तथा जिग जैग भट्ठे संचालित होंगे । जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त ईट भट्ठा मालिकों के सूचनार्थ बताया है कि पूर्व की समस्त बकाया धनराशि जमा करने के उपरांत ही भट्ठा सत्र 2020-21 में ईंट भट्ठे के संचालन की अनुमति प्रदान की जाएगी । यदि कोई भट्ठा स्वामी द्वारा बिना पूर्व की समस्त बकाया धनराशि जमा किए बिना ईट भट्ठा संचालित करते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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*परिवार नियोजन कार्यक्रम में युवा वर्ग को जोड़ें : मंत्री* - प्रवासियों को परिवार नियोजन के साधनों के प्रति करें जागरूक - प्रदेश में मिशन मोड में चलाए जाएंगे परिवार नियोजन के कार्यक्रम *संतकबीरनगर , 28 सितंबर 2020* प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में अब परिवार नियोजन कार्यक्रम को मिशन मोड में चलाने की तैयारी हो रही है। इससे जहां शिशु व मातृ मृत्यु दर में कमी आएगी वहीं घर-घर बेहतर स्वास्थ्य के आयाम मिल सकेंगे । उन्होने विभाग के अधिकारियों को सलाह दी है कि वह प्रदेश के युवा दंपति को परिवार नियोजन कार्यक्रम से जोड़ें। स्वास्थ्य मंत्री विश्व गर्भ निरोधक दिवस के एक दिन पूर्व एक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। यह वर्चुअल संवाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिल एंड मिलेंडा गेट्स फाउंडेशन की सहयोगी संस्था ममता एचएमआईएस के सहयोग से आयोजित किया था। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी लाभार्थियों के लिए गर्भनिरोधक सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए एक सरकारी आदेश जारी किया है। राज्य ने उन सभी प्रवासियों के लिए आजीविका और सामाजिक सुरक्षा का अधिकार भी सुनिश्चित किया है जो कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान इस राज्य में वापस लौटकर आए हैं। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता ग्रामीणों के लिए अल्पकालीन गर्भनिरोधक विधियों के संबंध में परिवार नियोजन सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं। वहीं आईएएस अधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि हमें कोविड-19 की वजह से परिवार नियोजन के फायदों से वंचित नहीं होना चाहिए। बच्चों के जन्म में अंतर रखने की अस्थायी गर्भनिरोधक विधियों पर ध्यान देते हुए सभी प्रणालियों को फिर से सक्रिय करना है। इस वर्चुअल आयोजन को संबोधित करती हुई एनएचएम एमडी अपर्णा उपाध्याय ने बताया कि परिवार नियोजन को मिशन मोड पर लाने के बारे में समझाया। उन्होने बताया कि परिवार नियोजन को मिशन मोड पर लाने के बाद ऊपर से नीचे तक सब मिलकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। उन्होने बताया कि हमारी एमसीपीआर दर आदर्श रूप से 52% होनी चाहिए। यह लंबे समय से 31% ही है। हमें इसे मिशन मोड में बढ़ाना चाहिए। कुछ जिलों में यह दर ज्यादा है और कुछ जिलों में यह कम है। वहीं डॉ. राकेश दुबे, महानिदेशक, परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि कम उम्र के दंपतियों की शादी जल्दी हो जाती है और उन्हें परिवार नियोजन के बारे में ज्यादा नहीं मालूम होता है। इस वजह से सरकार इन कम उम्र के लोगों को समुदाय के अनुकूल विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा लक्षित कर रही है। बीएमजीएफ के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. देवेंद्र खंडैत ने कहा कि परिवार नियोजन विधि को समुदाय तक पहुंचाना अगला महत्वपूर्ण कदम है। परिवार नियोजन और बच्चों के जन्म में अंतर रखने की गर्भ निरोधक विधि को एक में शामिल करना राज्य की और हमारी साझा प्राथमिकता है। बीएमजीएफ के फेमिली प्लानिंग पॉलिसी की कंट्री लीड मेधा गांधी ने कहा मैं समुदाय के अनुकूल विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कम उम्र के दंपतियों के लिए परिवार नियोजन में बच्चों के जन्म में अंतर रखने की गर्भनिरोधक विधि को प्राथमिकता देने में उत्तर प्रदेश में महान नेत़ृत्व को बधाई देती हूँ। पॉप कौंसिल के कंट्री डायरेक्टर डॉ. निरंजन सगुरती कहा कि आजकल जानकारी डिजिटल और सोशल मीडिया पर मिलती है पर लड़कों और लड़कियों के बीच में डिजिटल डिवाइड काफी बड़ा है। ममता एचआईएमसी के इग्ज़ेक्यटिव डायरेक्टर डॉ. सुनील मेहरा ने कहा कि फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को कम उम्र के और कम बच्चों वाले दंपतियों तक पहुँचने का अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत है। इस वर्चुअल कार्यशाला का समापन परिवार नियोजन पर जागरूकता उत्पन्न करने और इसे उपलब्ध कराने, कोविड-19 के बीच में कम उम्र के और कम बच्चे वाले दंपतियों (YLPS) में बच्चों के जन्म में अंतर रखने की गर्भनिरोधक विधियों पर फोकस करने, कम उम्र के और कम बच्चे वाले दंपतियों (YLPS) के लिए परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति सरकार की वचनबद्धता को सुदृढ़ करने और बच्चों के जन्म में अंतर रखने वाली गर्भनिरोधक विधियों का कवरेज करने वाले सूचकों को विकसित करते हुए गुणवत्ता नियंत्रण कार्यप्रणाली को बढ़ाने पर फोकस करने और इसके लिए बजटीय प्रावधान करने का आश्वासन देते हुए किया गया। इस वर्चुअल आयोजन के लिए सभी ने यूपीटीएसयू, सीफार और पीएसआई संस्था को धन्यवाद दिया। *कोविड-19 काल : परिवार नियोजन विधि को प्राथमिकता देना* एक आकलन के अनुसार, उत्तर प्रदेश में चार महिलाओं और लड़कियों में से लगभग एक महिला या लड़की को बच्चे के जन्म में अंतर रखने की विधि की अपूर्ण आवश्यकता है। कम उम्र के और कम बच्चे वाले दंपतियों (YLPS) की आधुनिक 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कोरोना को फैलने से रोकना में सहायक है जांच: ईश्वरेन्द्र लाल। कैम्प लगा कर पथरदेवा क्षेत्र में कराया जा रहा कोरोना की जांच। ----------- -  फ़ोटो परिचय:- देवरिया: जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को धुसदेवरिया स्वास्थ्य उप केंद्र पर कोरोना जांच के विशेष शिविर कस  आयोजन किया गया। शिविर के दौरान आस पास के गांवों से आए कुल 31 लोगो का सैंपल लिया गया। इन सैपलो को आरटीपीसीआर के तहत एक व अन्य एनटिजन किट से जांच किया गया। शिविर के दौरान लोगो ने कतारबद्ध होकर अपना सैंपल दिया। इस दौरान महामारी विज्ञानी राजीव भूषण पाण्डेय ने उपस्थित लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने,सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा लाॅकडाउन के निर्देश को पालन करने आदि महत्वपूर्ण जानकारी दिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 विशेष जांच शिविर गाँव मे भी लगाया जा रहा है। जहां कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क कोरोना जांच करा सकता हैं। वही पथरदेवा कोरोना अभियान के प्रभारी ईश्वरेन्द्र लाल ने बताया कोरोना को जङ से उखाङ फेकने के लिए स्वास्थ्य विभाग संकल्पित है। इसके लिए  व्यापक स्तर पर कैंप लगा कर कोरोना जांच गांव गांव किया जा रहा है।जो आगे भी चलता रहेगा। पथरदेवा ब्लाक में एक कोरोना जांच सेंटर के अलावे तीन और जांच टीम बनाई गई है जो गांव गांव जा कर लोगो का निःशुल्क कोरोना जांच किया जा रहा है। प्रतिदिन सौ से अधिक लोगो का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।मजबूती से इसके खिलाफ खड़े रहने की जरूरत है।पथरदेवा ब्लाक क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगो का टेस्ट किया जा रहा है,ताकि संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाया जा सके। अगर हर लोग अपना अपना का जांच करा लेते हैं तो कोरोना को फैलने से रोक लगाने में काफी हद तक सफलता मिलेगी।जांच कार्य मे तरकुलवा ब्लाक के कोरोना नोडल मुन्ना यादव, देवेंद्र भारती, हरेंद्र प्रसाद स्वास्थ्य कर्मी सम्लित रहे।
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*कबीर की धरती को विश्व पटल पर सम्मान दिलाने वाली पहली महिला इंस्पेक्टर डॉ. शालिनी सिंह* वीरांगना सम्मान समारोह में सम्मानित हुई डॉ शालिनी सिंह @ रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार 2020 से CM CITY में हुई सम्मानित @ रामायण सीरियल की "सीता" दीपिका के हाथों हुई सम्मानित @ लेडी सिंघम के नाम से जानी जाती है महिला थाने की SHO डॉ शालिनी सिंह।
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आज दिनाँक 27-10-20 को परिवार नियोजन कार्यक्रम के अन्तर्गत सब सेंटर एवं APHC की ANM, CHO का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, प्रशिक्षण देने में मुख्य भूमिका लखनऊ से आयी डॉ पार्वती पोखरिया , जिला अस्पताल से डॉ विजय गुप्ता, HEO मेहदावल विनोद जायसवाल, धर्मराज त्रिपाठी यू पी टी एस यू व इम्तियाज अहमद डी एफ पी एल एम आदि के द्वारा परिवार नियोजन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई
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