क्राइम संवाददाता हरिश सिंह की रिपोर्ट*चीन पूरे विश्व को धोखा देकर आर्थिक विश्व विजय हासिल कर ली है !!*
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उसने सबसे पहले कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाई और तब तक अपने फ्रिजों में रखी जब तक पूरे विश्व की आर्थिक अर्थव्यवस्था को पाताल में नहीँ उतार दिया। चीन पूरी दुनिया के इन्वेस्टर्स का हब बन गया था।
चीन ने अपने वुहान शहर में इस वायरस को छोड़ा और जबरदस्त मौतों के कारण भागते इन्वेस्टर्स के शेयरों को कौड़ी के भाव खरीद लिये और विदेशी निवेशक और उद्यमी अपनी पूंजी छोड़ कर भाग गये चीन ने अपने द्वारा पहले से बनाई और छुपा कर रखी गई वैक्सीन को बाहर निकाल लिया और एक ही दिन में चीन हो रही मौतों को रोक दिया। इस युद्ध में चीन ने अपने कुछ लोग खोये पर पूरी दुनिया की दौलत लूट ली।आज वहाँ एक भी मौत नहीँ हुइ और न ही एक भी मरीज की संख्या बढी ।आज ये वायरस पूरी दुनिया में काल की तरह चक्कर लगा रहा है।
कमाल ये भी देखिये उन सभी देशों और शहरों की कमर टूट गई है जहाँ पर चीनी नागरिक खर्च करते थे।
आज पूरा विश्व हर रोज अपनी अर्थव्यवस्था को ध्वस्त होते देख रहा है। पर 17 मार्च से चीन की अर्थव्यवस्था दिनों दिन मजबूत हो रही है।
ये एक आर्थिक युद्ध है जिसमें चीन जीत चुका है और विश्व, कुदरत से युद्ध करते करते रोज अपने जान माल को गंवा रहा है।
मानवता के लिए खतरा बन चुका चीन !!??
जब चीन में 2000+ लोग महामारी से मर चुके थे तब ही चीन ने बता दिया था कि कोरोना का भयावह रूप आना बाकी है। किसी को भी किसी बीमारी जो नई नई ही दुनिया में आयी हो कैसे पता चल गया कि भयावह रूप आना बाकी है ? सीधा सा अर्थ है कि तुमने इस पर बढ़िया तरीके से अध्ययन और अनुसंधान किया है और लंबे समय तक बीमारी और आने वाली प्रतिक्रियाओं को समझा है।
चीन ने आने वाले भयावह रूप के बारे में बताया इसका मतलब तब किसी ने यह नहीं समझा था लेकिन इटली की 4000+ महामारी से हुई मौत की हालत देख कर लगता है कि चीन को इस वायरस के बारे में बेहतर जानकारी थी और ये भी पता था कि भयावह रूप तब आएगा जब इलाज नहीं पता होगा और चीन ने अपने यहाँ कोरोना पर एक दम से नियंत्रण कर लिया ऐसी वो भी इतनी जल्दी कौन सी दवा ईजाद कर ली की सब कुछ पूरी तरह से नियंत्रण में हो गया !!
कुछ तो बहुत बड़ी बात है चीन की जो दुनिया को समझ नहीं आ रही, कोरोना बीमारी नहीं महामारी है जो विषाणु जनित है और इन्सान से इन्सान में इतनी आसानी से फैल सकती है और उससे भी खतरनाक ये है कि इस महामारी से पीड़ित इंसान को बीमारी का तब पता चलता है जब तक वो अपने अन्दर के विषाणु को अपने सामने आने वाले अनगिनत लोगों को दे चुका होता है।
चीन के यहाँ बीमारी का एकदम से नियंत्रण में आ जाना शक को और भी बढ़ाता है कि कहीं चीन ने इसका इलाज बीमारी से पहले ही तो नहीं ढूँढ़ रखा था।
हाँ हाँ.... ठीक समझ रहे हो।
ये सब योजनाबद्ध तरीके से फैलाई हुई बीमारी है जिसे अपने देश में तो कुछ महीने बाद नियंत्रण में कर लिया जाएगा लेकिन जब तक बाकी विश्व इसके बारे में जानकारी जुटाएगा तब तक बहुत से देश की अर्थव्यवस्था समाप्त हो चुकी होगी या समाप्ति के कगार पर होगी।
चाहे दुनिया अपने यहाँ अर्थव्यवस्था समाप्त होने पर सस्ता चीनी सामान खरीदे या अपने यहाँ फैली हुई बीमारी को खत्म करने के लिए चीन से वैक्सीन, दोनों ही बात में व्यापार चीन का बढ़ेगा, चीन मजबूत होगा।
एक बात ये भी है कि भविष्य में चीन के विरोध में या विरोध करने वालों के समर्थन में जो देश हैं उन सभी में इस महामारी से मौत का तांडव होना शुरू हो गया है।
पूरी दुनिया में कोरोना महामारी फैले 2-3 महीने से अधिक हो गए हैं लेकिन अभी तक दवा ढूँढ़ना तो दूर अभी तक बीमारी के बारे में सही जानकारी नहीं है। इसका विषाणु कितने समय तक शरीर से बाहर अलग अलग चीज़ों जैसे धातु कपड़े दीवार प्लास्टिक लकड़ी पर कितने समय क्रियाशील रह सकता है.... इत्यादि।
वैसे जो अभी इटली में हो रहा है और भी कई देशों में हो सकता है इसलिए अभी इलाज ना पता होने की स्थिति में बचाव ही बेहतर विकल्प है।