आधा सच आधा फसाना

#अकबर_ने_जोधा_के_लिए_मन्दिर
#बनवाया_था_कितना_सच ?
चित्तौड़गढ़ पर कब्ज़ा करने के बाद अकबर ने जो फतेहनामा ज़ारी किया था उसमे उसने चित्तोड़ के मासूम 30,000 नागरिको को मौत ने घात उतारने का हुक्म ज़ारी किया था और चितोड़ में मौजूद सभी मंदिरो को रौंद कर मिटटी में मिला देने का हुक्म दिया था अकबर की करतूतें ISIS की सारी करतूतों के समकक्ष थी 
8000 राजपूत औरतों ने जौहर कर लिया था |


शाहनामा में लिखा है की अकबर ने कहा था मुझे अच्छे शब्द नहीं तलवारो की टंकार सुनने दो खून खराबे में ही किसी शासक की कामयाबी छिपी होती है मुझे जंग चाहिए, शांति मेरे किसी काम की नहीं है  उस सर्वव्यापी अल्लाह ने धूर्त काफिरो को अपनी शमशीर से मारने का कार्य मुजाहिदीन को सौंपा है इसलिए उनसे युद्ध करो, अल्लाह तुम्हारे द्वारा उन्हें दण्डित करेगा और तुमको फ़तेह देगा |
हम अपना कीमती समय अपनी पूरी क्षमता के साथ जंग और जिहाद में लगा देंगे और अल्लाह हमारी मदद करेगा! पास सारे किले बस्तियां नगर और जितने भी रिहायशी इलाके हैं उनको हम पराजित के हासिल करने में लगे हैं |
अकबर मूर्तिपूजा का विरोधी था शाहनामा में लिखा है अल्लाह हर काफिर को मिटा दे और इस्लाम का परचम हर जगह फैला दे | यह कई देवी देवता को पूजने वाले काफिर और उनके मंदिरो को तलवार के ज़ोर से मिटा दो |


वह तो अकबर को अपना शासन हिन्दुओं के बिना चलाने में परेशानी हुयी तो उसने अपने दरबार में कुछ हिन्दुओं को ऊँचे पदो पर आसीन कर दिया! बाद में हमारे आज के सेकुलरो के पूर्वज राजा मान सिंह ने अपनी बहन ब्याह दी उस अकबर को की एक नंबर का ऐय्याश था जिसके हरम में औरतें ही औरतें थी हमारी कांग्रेस और नेहरू परिवार ने उसे जोधा बाई का चरित्रवान एक पत्निव्रता पति बना दिया |


और ऐसे चरित्रहीन राजा के नाम पर बॉलीवुड में अनेक मूवी और कई सीरियल बने जो ऊसे सच्चा इन्सान दिखाने की कोशिश करते है अब देखिये कि अकबर पर बनी फिल्मों में इस शराबी, नशाखोर, बलात्कारी, और लाखों हिंदुओं के हत्यारे अकबर के बारे में क्या दिखाया गया है और क्या छुपाया जोधाबाई से इसकी शादी की कहानी दिखा दी पर यह नहीं बताया कि जोधा असल में जहांगीर की पत्नी थी और शायद दोनों उसका उपभोग कर रहे थे. दिखाया यह गया कि इसने हिंदू लड़की से शादी करके उसका धर्म नहीं बदला, यहाँ तक कि उसके लिए उसके महल में मंदिर बनवाया असलियत यह है कि बरसों पुराने वफादार टोडरमल की पूजा की मूर्ति भी जिस अकबर से सहन न हो सकी और उसे झट तोड़ दिया, ऐसे अकबर ने लाचार लड़की के लिए मंदिर बनवाया, यह दिखाना धूर्तता की पराकाष्ठा है


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