जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने जनपद वासियों से कोविड-19/कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु शासन-प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करने के साथ-साथ सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने की अपील की है । जनपद में जिलाधिकारी के रुप में कार्यभार संभालने के बाद जनहित कार्यों के प्रति "संवेदनशील जिलाधिकारी" की पहचान पाने वाली दिव्या मित्तल ने जनपद वासियों से कोरोना संक्रमण से बचने हेतु सही ढंग से मुंह एवं नाक पर मास्क लगाने के बाद ही घर से बाहर निकलने, सोशल डिस्टेंसिंग यानी 2 मीटर की न्यूनतम दूरी बनाते हुए एक दूसरे से मिलने/बातचीत करने, समय-समय पर साबुन से हाथों को धोने तथा आवश्यकतानुसार सेनीटाइजर का प्रयोग करने की अपील की है । जिलाधिकारी ने कहा कि सुरक्षात्मक उपायों को व्यवहार में लाने के प्रति जागरूकता एवं उसका सही उपयोग करना ही कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा तरीका है ।


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*विश्व हृदय दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन* बी.आर.सी बघौली संत कबीर नगर। पूरे विश्व में 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बी.आर.सी बघौली में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया । कार्यक्रम में उपस्थित अध्यापक एवं अध्यापिकाओं व अन्य स्टाफ एवं संयुक्त जिला चिकित्सालय में कार्यरत एन.सी.डी के कर्मचारियों द्वारा हृदय रोग के संबंध में जागरूक किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ एसीएमओ डॉ मोहन झा द्वारा किया गया । कार्यक्रम में संयुक्त जिला चिकित्सालय में कार्यरत डॉ कुमार सिद्धार्थ परामर्शदाता एवं डॉक्टर तवांगी मणि साइकोलॉजिस्ट द्वारा आए हुए प्रतिभागियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई । कार्यक्रम में हरिओम सिंह स्टाफ नर्स , सतीश चंद नर्स, द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री अमरेंद्र कुमार साइकेट्रिक सोशल वर्कर द्वारा किया गया । इस जागरूकता कार्यक्रम में मानवता सेवा पब्लिक ट्रस्ट एवं कंबाइंड आर्टिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन एन.जी.ओ द्वारा मास्क वितरण का विशेष सहयोग प्रदान किया गया।
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*पानी मे बह रहे युवकों को ग्रामीणों ने बचाया* बनकटा:- खामपार थाना क्षेत्र के सिकटिया जगदीशपुर मार्ग पर बसावन चक गांव के समीप सड़क के ऊपर से बह रहे तेज धारा मे ।जहा पानी के बहाव से सड़क टूट गई है वही शुक्रवार की रात्रि एक बाइक व साइकिल सवार बह गए जिसे वहां मौजूद कुछ साहसी युवकों ने बचा लिया। जगदीशपुर गांव निवासी ब्यास बर्मा पुत्र हीरा बर्मा अपने साइकिल से घर जा रहे थे की साइकिल समेत पानी की तेज धार में बह गए । अभी कुछ लोग समझ पाते कि दूसरी दिशा से आ रहे बसावन चक निवासी चंदन गुप्ता पुत्र तूफानी गुप्ता भी अपनी प्लेटिना मोटरसाइकिल के साथ बह गए । वही शनिवार को बतरौली निवासी संजय अपनी बाइक के साथ बह गए ग्रामीण सीके शर्मा,जितेंद्र कुशवाहा ,आसमुहमद, संजय चौहान सहित आदि तमाम साहसी युवक गहरे गड्ढे में करीब 600 मीटर दूर बहने के बाद से सभी को बचा बाहर निकाला । जबकि साइकिल व मोटरसाइकिल का पता गिरने के 10 घण्टे बाद पता चला जिसे भी कड़ी ग्रामीणों के कड़ी मस्कत के बाद बाहर निकाला गया ।
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*उमरिया प्रधानाचार्य तीन दिनों में प्रस्तुत करें शैक्षिक अहर्ता प्रमाण पत्र: डीआईओएस* -जिला विद्यालय निरीक्षक के पत्र से मचा हड़कम्प, जबाब देना हुआ मुश्किल ◼️◼️◼️ धनघटा(सन्तकबीरनगर) वरिष्ठता को दरकिनार कर कनिष्ठ व्यक्ति को पदभार दिए जाने को लेकर उमरिया बाजार इंटर कालेज ,उमरिया बाजार में प्रधानाचार्य पद का मामला गहराता जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने प्रधानाचार्य को नोटिस भेजकर तीन दिनों के अंदर प्रधानाध्यापक की अहर्ता से सम्बंधित समस्त शैक्षिक प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का फरमान जारी किया है, जिससे विद्यालय में हड़कंप मच गया है। बतातें चले कि विद्यालय में उमरिया बाजार इंटर कालेज में 31 मार्च 2020 को प्रधानाचार्य जय चन्द्र यादव के सेवानिवृत्त से रिक्त पद पर नियमानुसार विद्यालय के वरिष्ठ व अहर्ताधारी शिक्षक लाल चन्द्र यादव को तदर्थ प्रधानाचार्य का पदभार दिया जाना चाहिए था, किन्तु प्रबन्धक ने तथ्य गोपन व मनमानी करके कनिष्ठ शिक्षक राधेश्याम यादव को पदभार दे दिया, जिसको मान्यता देते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने हस्ताक्षर भी प्रमाणित कर दिया। मामले की शिकायत छपरा निवासी सतेंद्र कुमार यादव ने जिला विद्यालय निरीक्षक से किया था। शिकायती पत्र में साक्ष्य के साथ अवगत कराया गया है कि प्रधानाचार्य स्नातक प्रथम वर्ष व बॉम्बे आर्ट का प्रशिक्षण संस्थागत छात्र के रूप में एक ही शैक्षिक सत्र वर्ष 1983 में हासिल किया है, जो विभागीय नियमों के विपरीत है। वे इंटरमीडिएट एजुकेशन एक्ट के अनुसार प्रधानाचार्य पद की निर्धारित अहर्ता भी पूरी नही करते हैं, अर्थात बीएड प्रशिक्षित भी नही है। वे प्रबन्धक द्वारा जारी विद्यालय की जेष्ठता सूची, जिसे संयुक्त शिक्षा निदेशक ने भी प्रमाणिक माना है, के अनुसार भी वरिष्ठ नही है। शिक्षक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी व उमरिया इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य पारसनाथ यादव, जय चन्द्र यादव ने भी कहा है कि प्रधानाचार्य का पद वरिष्ठ व योग्य शिक्षक को दिया जाना चाहिए, जिला विद्यालय निरीक्षक का निर्णय स्वागत योग्य हैं। *किसी भी शिक्षक के साथ अन्याय नही होने देंगे: संजय द्विवेदी* ◾◾◾ सन्तकबीरनगर। प्रकरण के वावत पूछने पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मण्डलीय मंत्री संजय द्विवेदी ने कहा कि नियमानुसार वरिष्ठ व अहर्ताधारी शिक्षक को ही प्रधानाचार्य का पदभार दिया जाना चाहिए था, किन्तु ऐसा किया नही गया। हम जनपद में किसी भी शिक्षक के साथ अन्याय नही होने देंगे। प्रधानाचार्य का पदभार उसी को मिलेगा, जिसका हक होगा।
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आज दिनाँक 27-10-20 को परिवार नियोजन कार्यक्रम के अन्तर्गत सब सेंटर एवं APHC की ANM, CHO का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, प्रशिक्षण देने में मुख्य भूमिका लखनऊ से आयी डॉ पार्वती पोखरिया , जिला अस्पताल से डॉ विजय गुप्ता, HEO मेहदावल विनोद जायसवाल, धर्मराज त्रिपाठी यू पी टी एस यू व इम्तियाज अहमद डी एफ पी एल एम आदि के द्वारा परिवार नियोजन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई
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गर्भावस्था में गर्भनाल बच्चों को देता है पोषण -सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए जरुरी - सुरक्षा के साथ-साथ मिलता है पोषण देवरिया, 27 सितम्बर। गर्भनाल महिला के ही शरीर का अभिन्न अंग होता है, जो गर्भावस्था के दौरान बच्चे को सुरक्षा और पोषण देने का काम करता है। बच्चा इसी के सहारे मां के गर्भ में जीवित रहता है। गर्भवती इसी नाल के माध्यम से ही अपने बच्चे से जुड़ी होती हैं। सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है। मां का पोषण नितांत आवश्यक है ताकि गर्भनाल के जरिये पेट में पल रहे बच्चे को भी सही पोषण मिल सके। जिला महिला अस्पताल की प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अल्पना रानी का कहना है, ‘‘गर्भनाल कई तरीकों से बच्चे के लिए महत्वपूर्ण होती है। बच्चे के कुल वजन का छठा हिस्सा इसी गर्भनाल का होता है। बच्चे के विकास में गर्भनाल अहम भूमिका निभाती है।‘’ सीएमएस ने बताया कि गर्भनाल ही बच्चे के विकास को प्रेरित करती है। इसी की वजह से बच्चा मां के गर्भ में जीवित रहता है। यह सुरक्षा के साथ-साथ पोषण देने का भी काम करती है। यह बच्चे को कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने काम करती है। गर्भनाल शरीर में लैक्टोजन के बनने में मदद करती है, जो मां के शरीर में दूध बनने की प्रक्रिया को प्रेरित करता है। गर्भनाल मां और बच्चे को जोड़ने का काम करती है। मां जो कुछ भी खाती है, आहार नाल के माध्यम से उसका पोषण बच्चे को भी मिलता है। गर्भनाल बच्चे के लिए फिल्टर की तरह भी काम करती है। यह उस तक सिर्फ पोषण पहुंचाती है और विषैले पदार्थों को भ्रूण तक नहीं जाने देती। बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद नाल खुद ही सूखकर गिर जाती है। इसका काम केवल बच्चे को मां के गर्भ में पोषण और विकास के लिए आवश्यक तत्व देने का है। गर्भावस्था में खाने का खास ध्यान गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खाने का खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने के लिए जरूरी है। महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। इसके साथ ही माता गर्भावस्था में आयरन व फोलिक एसिड से भरपूर भोजन ले, जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास व बढ़त के लिए जरूरी है। वहीं जन्म से छह माह तक बच्चे के लिए माँ का दूध बच्चे की सभी पोषक तत्वों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। अतः छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराना चाहिए।
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