डी एम साहेब! कब तक प्रधान मंत्री व मुख्यमंत्री का सपना होगा साकार।
विश्व शौचालय दिवस पर सबको दिए हिदायत! लेकिन ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान तो पहले ही वाले हैं। डीएम साहब शौचालयों पर इज्जत घर का नाम लिखा है। लेकिन कोई भी इज्जत घर बिना पर्दे का नहीं होता। लेकिन आपके जनपद में बिना पर्दे के इज्जत घर बने हुए हैं। शौचालयों में दरवाजे नहीं लगे। अब आप ही सोच लीजिए बिना दरवाजे की घर की महिलाएं कैसे जाएंगी इज्जत घर में। इसीलिए जनपद की स्वच्छ भारत की शौचालय योजना 70 परसेंट बंदरबांट की शिकार हो गई है।
देवरिया। दूसरी तरफ जिलाधिकारी अमित किशोर ने जनपद के आला अधिकारियों के साथ विश्व शौचालय दिवस मना रहे हैं। लेकिन जिलाधिकारी को ये नहीं मालूम है कि हमारे जनपद के ग्रामीण अंचलों में ग्राम प्रधान व सचिव मिलकर गावों के भोले भाले ग्रामीणों के साथ क्या गुल खिलाए हैं। मजबूर किसान व ग्रामीण आज भी खेतों व सड़क के किनारे शौच करने को मजबूर हैं।
कल जनपद में जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज पूरे विश्व में शौचालय दिवस के रुप में मनाया जा रहा है। सभी लोगों का उद्देश्य है कि लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक हो। उन्होने कहा कि शौचालय सभी बनवाये। उसका उपयोग करें यह परम आवश्यक है। खुले में शौच करना बिमारियों की जड होती है इसलिये बच्चे अपने घरों व अभिभावको को शौचालय बनवाने तथा उसका उपयोग करने हेतु प्रेरित करें। हालांकि जिलाधिकारी को अभी तक ये नहीं मालूम है कि हमारे ग्राम विकास अधिकारी कितना धरातल पर कार्य ग्राम प्रधानों से करा रहे है।
इस कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक डा श्रीपति मिश्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वच्छ रहना जीवन के लिये बहुत ही जरुरी है। बिना स्वच्छ रहे स्वस्थ रहने की कल्पना नही की जा सकती क्योकि गंदगी से कई बिमारियां फैलती है। इस लिये आज हम सभी स्वच्छता का जो संकल्प लिये है। उसका व्यवहारिक जीवन में अमल अनिवार्य रुप से करेगें।